बिलासपुर। 11 साल बाद संपन्न हुए बिलासपुर जोन रेलवे मान्यता चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इस बार मजदूर कांग्रेस यूनियन ने 273 वोटों की बढ़त के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। कुल 44 हजार मतदाताओं में से 39,034 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। मजदूर कांग्रेस को 11,092 वोट मिले, जबकि अखंड रेल कर्मचारी संघ ने 10,819 वोट पाकर दूसरा स्थान हासिल किया।
श्रमिक यूनियन 8,609 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रही। मजदूर संघ और स्वतंत्र बहुजन कर्मचारी यूनियन को क्रमशः चौथा और पाँचवां स्थान प्राप्त हुआ।
मजदूर कांग्रेस के जीतते ही छाया जश्न का माहौल
मजदूर कांग्रेस की जीत की घोषणा होते ही काउंटिंग हॉल में खुशी का माहौल छा गया। संगठन के नेता और कार्यकर्ता एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर जश्न मनाने लगे। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को बधाई दी और संगठन की जीत का उत्सव मनाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह देखते ही बन रहा था।
फील्ड कर्मचारियों का समर्थन भी अखंड रेल कर्मचारी संघ के साथ
चुनाव में फील्ड कर्मचारियों का समर्थन अखंड रेल कर्मचारी संघ को सबसे ज्यादा मिला, लेकिन मजदूर कांग्रेस ने केवल एक महीने की तैयारी के बावजूद यह शानदार जीत दर्ज की। मजदूर कांग्रेस के नेताओं ने इसे कर्मचारियों की जीत बताते हुए कहा कि अब उनका संगठन रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों और कल्याण के लिए काम करेगा।
पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली प्रमुख मुद्दा
मजदूर कांग्रेस ने अपने प्रमुख एजेंडे के रूप में 'पुरानी पेंशन स्कीम' की बहाली को रखा है। संगठन के नेताओं ने वादा किया है कि वे रेलवे कर्मचारियों के लिए बेहतर सुविधाओं और अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे।
चुनाव के बाद बदले समीकरण
11 साल बाद हुए इस रेलवे मान्यता चुनाव के नतीजों ने संगठनात्मक समीकरण बदल दिए हैं। मजदूर कांग्रेस की इस जीत को संगठन के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि मजदूर कांग्रेस अपने वादों को कैसे अमल में लाएगी और कर्मचारियों के हित में किस प्रकार के कदम उठाएगी।