रायपुर।
राज्य सरकार ने महतारी वंदन योजना में फर्जीवाड़े के मामलों पर सख्त रुख अपनाया है। महिला बाल विकास विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि सभी अपात्र लाभार्थियों की पहचान कर उनके खाते तुरंत होल्ड किए जाएं और योजना की राशि वसूल कर सरकारी खजाने में जमा की जाए।
जांच प्रक्रिया में तेजी
मंत्रालय के आदेश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सुपरवाइजरों को 25 जनवरी तक लाभार्थियों के दस्तावेजों की जांच पूरी करने के निर्देश दिए हैं। संदेहास्पद मामलों की तुरंत रिपोर्ट तैयार कर, संबंधित खातों को होल्ड करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
स्वयं आगे आने वालों को राहत
सरकार ने स्पष्ट किया है कि जो लाभार्थी स्वयं आगे आकर अपना नाम कटवाते हैं, उनसे केवल योजना की राशि वापस ली जाएगी और कोई अतिरिक्त दंड नहीं लगाया जाएगा। हालांकि, गड़बड़ी छुपाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फर्जीवाड़े का खुलासा
हाल ही में जिले के कई ब्लॉकों में महतारी वंदन योजना के तहत अपात्र लोगों को लाभ दिए जाने का मामला सामने आया था। इस गड़बड़ी के चलते विभाग ने व्यापक स्तर पर जांच अभियान चलाने का फैसला किया है।
सरकार की अपील
सरकार ने अपात्र लाभार्थियों से अपील की है कि वे स्वयं आगे आकर योजना की राशि लौटाएं। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
योजना का उद्देश्य
महतारी वंदन योजना का उद्देश्य मातृ स्वास्थ्य में सुधार और गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि योजना का लाभ केवल पात्र और जरूरतमंद लोगों को ही मिलना चाहिए।