लोरमी के ग्राम चंदली में 1 जनवरी 2025 की रात दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष में दो लोगों की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक पक्ष के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। वहीं, दूसरे पक्ष का मुख्य आरोपी गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में इलाजरत है। उसके स्वस्थ होने के बाद पुलिस उसे भी गिरफ्तार करेगी।
मामला लालपुर थाना क्षेत्र का है, जहां शंकर राज (35 वर्ष) और सुनील यादव (26 वर्ष) की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। दोनों पक्षों के कई लोग इस संघर्ष में घायल हो गए थे, जिससे पूरे गांव में तनाव का माहौल बन गया। घटना के बाद चंदली गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार अपील की और अतिरिक्त बल तैनात किया।
मुंगेली एसपी भोजराम पटेल के निर्देश पर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर व एसडीओपी माधुरी धिरही के मार्गदर्शन में पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने बीएनएस की धारा 103, 315(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है।
गिरफ्तारी और न्यायालय पेशी:
पुलिस ने एक पक्ष के आरोपियों गोकुलराज (42 वर्ष) और गजानंद राज (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। दूसरे पक्ष का आरोपी गणेश यादव (57 वर्ष) गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है। उसके स्वस्थ होने के बाद उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।
अवैध शराब बना खूनी संघर्ष का कारण:
ग्राम चंदली में खुलेआम बिक रही अवैध शराब इस खूनी संघर्ष का मुख्य कारण बनी। सूत्रों के अनुसार, अवैध शराब की बिक्री को लेकर गांव में लंबे समय से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में नाकाम रहा है। यदि अवैध शराब की बिक्री पर पहले ही कार्रवाई की गई होती, तो शायद यह घटना टल सकती थी।
पुलिस का बयान:
एसडीओपी लोरमी माधुरी धिरही ने कहा, "पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। गांव में शांति व्यवस्था कायम है। अवैध शराब की बिक्री को लेकर भी पुलिस जल्द ही कार्रवाई करेगी।"
चंदली गांव फिलहाल शांतिपूर्ण है, लेकिन इस घटना ने प्रशासन और समाज को अवैध शराब के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया है।