छत्तीसगढ़ - छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं, और हालात यह हैं कि हर घंटे लगभग तीन लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। पिछले चार वर्षों में साइबर अपराधों के मामलों में 10 गुना वृद्धि देखी गई है, जिससे राज्य में स्थिति अत्यधिक चिंताजनक हो गई है। विशेषज्ञों और राज्य पुलिस के अनुसार, लोगों को इन अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहने और साइबर सुरक्षा के उपायों को अपनाने की सख्त जरूरत है।
साइबर ठगी की गंभीरता का उदाहरण
रायपुर के एक कारोबारी के मुताबिक साइबर ठगी की गंभीरता को उजागर करता है। बताते हैं कि उनके पिता का मोबाइल बाजार में चोरी हो गया था, और तीन दिन बाद पता चला कि उनके बैंक खाते से 1.38 लाख रुपये गायब हो गए थे। व्यापारी के अनुसार, शिकायत दर्ज कराई गई थी, लेकिन तब तक खाते से लाखों रुपये निकल चुके थे। इसी तरह एक व्यापारी नें बताया का फोन भी बाजार में चोरी हो गया था, और कुछ ही मिनटों में उनके खाते से 48,000 रुपये निकाल लिए गए। इस तरह की घटनाओं ने लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
पुलिस की कार्रवाई और जागरूकता
साइबर क्राइम को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस निरंतर प्रयास कर रही है। पुलिस प्रशासन के अनुसार खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ-साथ लोगों को जागरूक करना भी जरूरी है। लोग अक्सर बेसिक साइबर सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करते, जैसे कि कमजोर पासवर्ड का इस्तेमाल और टू-स्टेप वेरिफिकेशन न करना। ये छोटी बातें साइबर अपराधियों को मदद पहुंचाती हैं।
साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या
छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले चार वर्षों में यह संख्या 10 गुना बढ़ी है। 2020 में जहां 2,295 साइबर अपराधों की घटनाएं दर्ज की गई थीं, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 22,296 तक पहुंच गई। यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि साइबर अपराधियों ने अपने तरीकों को और भी उन्नत और प्रभावी बना लिया है, और अब अधिक लोग इनके शिकार बन रहे हैं।
साइबर ठगों के नए तरीके
साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं ताकि वे लोगों को ठग सकें। कुछ प्रमुख तरीके हैं:
1. डिजिटल अरेस्ट: अपराधी खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पैसे ठगते हैं।
2. फिशिंग स्कैम: अज्ञात लिंक भेजकर लोगों की बैंक जानकारी चुराई जाती है।
3. जॉब स्कैम: नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जाती है।
4. लॉटरी और लकी ड्रॉ: नकद इनाम के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।
5. पार्सल और कैश ऑन डिलीवरी: नकली पार्सल भेजकर ठगी की जाती है।
6. सेक्सटॉर्शन: अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
साइबर अपराधों से बचने के लिए कुछ सुरक्षा उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है:
1. सतर्क रहें: किसी भी अज्ञात लिंक या कॉल का जवाब देने से बचें।
2. सुरक्षित पासवर्ड: मजबूत और यूनिक पासवर्ड बनाएं।
3. टू-स्टेप वेरिफिकेशन: खातों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए इसे अपनाएं।
4. शिकायत करें: किसी घटना की स्थिति में तुरंत 1930 नंबर पर कॉल करें।
निष्कर्ष
साइबर अपराधों में वृद्धि के बीच पुलिस की कार्रवाई और जागरूकता दोनों की आवश्यकता है। साइबर सुरक्षा उपायों को अपनाकर और सतर्कता बरतकर ही हम इन खतरों से बच सकते हैं। शिक्षित वर्ग के लोग भी साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि जागरूकता की कमी है। अतः, साइबर अपराध से बचने के लिए हमें अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता देनी होगी।