मुंगेली । नवजात शिशु को लापारवाहीपूर्वक टीका लगाने की शिकायत जनदर्शन में की गई है। बताया गया है कि नवजात शिशु को टीका लगाए जाने के बाद से परेशानी हो रही है। वहीं भटलीकला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ प्रभारी ग्रामीण चिकित्सक सहायक एवं स्टाफ नर्स के दुर्वव्यवहार किए जाने का भी आरोप लगाया गया है। वहीं प्रभारी मंत्री लखन लाल देवांगन के मुंगेली प्रवास के दौरान मुलाकात कर उक्त घटना से अवगत कराया गया। दिये गये आवेदन में कहा गया कि 28.06.2024 को नार्मल डिलवरी (शिशु का जन्म) हुआ था, जिसके पश्चात दिनांक 28.06.2024 को ग्राम के मितानिन सुनीता यादव के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भठली में नवजात शिशु को टीका लगवाने ले कर गये थे, जहां पदस्थ प्रभारी चिकित्सक एवं नर्स के द्वारा फोन में बात करते हुए लापारवाही पूर्वक शिशु को टीका लगाया गया। इसके 8 से 10 दिन में पैर में सूजन हो गया। जब डॉक्टर से संम्पर्क किया गया तो उन्होंने अधिकांश बच्चो में टीका पश्चात सूजन होने का हवाला देकर बिना उपचार या परीक्षण किये वापस भेज दिया। डॉक्टर से लगातार सूजन किया अभद्र शिशु के टीका वाले पैर में होने के संबध में सम्पर्क गया किन्तु पूर्व की भांति व्यवहार कर प्राथमिक केन्द्र से भगा दिया गया। स्वास्थ्य बिगड़ते देख शिशु को अग्रवाल हॉस्पिटल हेतु ले जाया गया वहां 16.07.2024 , जहा शिशु की हालत को देखते हुए भर्ती कराकर इलाज कराया गया। वहीं सुधार न होने पर 18.07.2024 से 18.08.2024 तक चिल्ड्रन हास्पिटल बिलासपुर में भर्ती कराया गया। उपचार दौरान डॉक्टर द्वारा बताया गया की शिशु को जो टीका दिया था, उस पैर में अत्यधिक मवाद भर गया है तथा टीका लगे पैर में मवाद के कारण हड्डी गल कर इन्फेक्शन हो गया है। इसका इलाज बिलासपुर में लगभग 45 दिनों से जारी है। आवेदक ने अपने आवेदन में उक्त लोगों द्वारा किये गये लापरवाही पूर्वक कार्य के लिए आवेदन देते हुए उचित न्याय की मांग की है।
मुंगेली।टीका लगाने के बाद बढ़ी परेशानी शिशु का चल रहा इलाज, डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
Abhilash Singh
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